जैतसर में 2 घंटे में 80 एमएम बारिश; खेतों में नरमा, ग्वार और मूंग की फसलें बिछी, घड़साना में रात तक झमाझम
"जैतसर में 80 एमएम बारिश से तबाही, खेतों में नरमा, ग्वार और मूंग की फसलें बिछीं, घरों में भरा पानी, किसानों की बढ़ी चिंता।"
बुधवार को कस्बे और आसपास के गांवों में जमकर बरसात हुई। अनेक घरों में पानी भर गया। जानकारी के अनुसार बुधवार शाम को 5:30 बजे बारिश का दौर शुरू हुआ। इस दौरान कस्बे में 80 एमएम बारिश दर्ज की गई। इस दौरान दो घंटे बादल जमकर बरसे। तेज बारिश के कारण निचली गलियों में पानी भर गया।
वहीं अनेक घरों में पानी भरने से स्थिति विकट हो गई। मुख्य बाजार में दुकानों में पानी भरने से दुकानदारों को परेशानी हुई। दुर्गा मंदिर, रामदेव मंदिर राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पानी भर गया। आसपास के गांव 1 जीबी से 6 जीबी, दौलताबाद, धिंगानपुरा, मसानीवाला, हिंदी, सरदारगढ़, कीकरवाली जोहड़ी, मधेवाली ढाणी, 3 एलसी, 4 एलसी, 3 बीजीएम, 6 बीजीडी, जोहड़ी, बुगिया, नारूवाली ढाणी, 7 एलसी सहित अन्य गांवों में कहीं हल्की व कहीं तेज बारिश दर्ज की गई। 32 एमाल, क्षेत्र में मंगलवार को गांव 31 एमएल, उड़सर, 2,4 एमके, 14 एमएल, 28 एमएल, 2,3 पीएस में तेज तूफान के साथ बारिश होने से नरमा, ग्वार, मूंग की अगेती फसलों को नुकसान होने की आंशका है। बुधवार को दूसरे दिन फिर हुई हल्की बारिश से किसानों की परेशानी और बढ़ गई है। 31 एमएल के किसान अंग्रेज सिंह ने बताया कि तीन दिन से लगातार तूफान के साथ हो रही बारिश से फ्काव पर आई फसलों में नुकसान हुआ है।
खानूवाली में मूसलाधार बारिश, दो-दो फुट पानी चढ़ा: मंडी 365 हैड. गांव खानूवाली, 12, 16 और 20 केएनडी में बुधवार को हुई मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। शाम 7 बजे से एक घंटे तक हुई तेज बरसात से खेत जलमग्न हो गए। पिछेती फसलें तो पानी में डूब गई। किसानों का कहना है कि के र लगातार बरसात होने से मूंग व ग्वार की फसल को नुकसान हो रहा है। इससे किसान चिंतित हैं। बरसात से जहां गर्मी से राहत मिली वहीं कच्चे मकानों में नुकसान हो रहा है। किसान दलीप टांड़, मोहन, कमल वर्मा, सुरेन्द्र धारणिया, गुरजंट सिंह मदनलाल चाहर आदि ने बताया कि इस बार मूंग का बिजान अधिक है, लगातार बरसात से मूंग के पौधों की जड़ें गलने लगी हैं। खानूवाली गांव की गलियों में तो दो-दो फुट पानी चढ़ गया।
घड़साना में दिनभर रुक-रुक कर हुई बारिश, रात को झमाझमः क्षेत्र में बुधवार को दिनभर रुक-रुक कर बरसात का दौर जारी रहने से मौसम सुहावना हो गया। वहीं रात करीब पौने नौ बजे हुई बरसात के दौरान एक घंटे के लिए बिजली सप्लाई बंद होने से लोगों को परेशानी हुई। यहां के किसानों का कहना है कि चार बार रुक रुक कर बरसात हुई, जिससे खेतों में खड़ी फसलों को फायदा हुआ है। हालांकि पिछले कई दिनों से क्षेत्र में तेज धूप और गर्मी के चलते फसलों को सिंचाई पानी की जरूरत होने लगी थी, लेकिन मंगलवार व बुधवार को रुक रुक कर हुई बरसात ने सिंचाई की पूर्ति कर दी। बुधवार दिन में रुक-रुक कर तीन बार बरसात हुई। वहीं रात को लगातार 15 मिनट तक बरसात हुई।